Shodh Sangam Patrika में आपका स्वागत है!
शोध संगम पत्रिका: एक बहुविषयक अनुसंधान मंच
“शोध संगम पत्रिका (Shodh Sangam Patrika)” एक बहुविषयक शोध पत्रिका है, जो साहित्य, सामाजिक विज्ञान, शिक्षा, संस्कृति, प्रबंधन, विज्ञान एवं तकनीकी जैसे विविध विषयों पर अनुसंधान और विमर्श का मंच प्रदान करती है। इसका उद्देश्य शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और विचारकों को एक ऐसा सशक्त मंच उपलब्ध कराना है, जहाँ वे अपने नवीनतम शोध, विश्लेषण और दृष्टिकोण को प्रस्तुत कर सकें।
शोध संगम पत्रिका का उद्देश्य:
इस पत्रिका का प्रमुख उद्देश्य बहुविषयक अनुसंधान को बढ़ावा देना और विभिन्न विषयों से जुड़े नवीन विचारों का आदान-प्रदान करना है। इसमें साहित्य, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, प्रबंधन, इतिहास, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण अध्ययन, शिक्षा और अन्य संबंधित क्षेत्रों पर गहन शोध एवं विश्लेषणात्मक लेख प्रकाशित किए जाते हैं। यह पत्रिका शोधार्थियों को एक ऐसा मंच प्रदान करती है, जहाँ वे अपने विचारों को अकादमिक रूप में प्रस्तुत कर सकें और समाज की प्रगति में योगदान दे सकें।
बहुविषयक दृष्टिकोण:
आज की दुनिया में ज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों के बीच अंतःसंबंध बढ़ता जा रहा है। शोध संगम पत्रिका इस बहुआयामी दृष्टिकोण को अपनाते हुए उन शोधों को प्राथमिकता देती है, जो विभिन्न विषयों के बीच अंतःक्रिया (Interdisciplinary Approach) को उजागर करते हैं। साहित्य और समाज, विज्ञान और मानविकी, प्रबंधन और अर्थशास्त्र जैसे विभिन्न क्षेत्रों का संगम इस पत्रिका की एक प्रमुख विशेषता है।
साहित्य और समाज:
साहित्य और समाज एक-दूसरे के पूरक हैं। साहित्य समाज का प्रतिबिंब होता है और समाज साहित्य को दिशा प्रदान करता है। इस पत्रिका में कथा, कविता, निबंध, आलोचना, शोध पत्र और समीक्षा को विशेष स्थान दिया जाता है, जिससे समाज के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत विमर्श किया जा सके।
अनुसंधान और नवाचार:
शोध संगम पत्रिका में नवीनतम अनुसंधान और नवाचारों को प्रोत्साहित किया जाता है। विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे नवीन शोध, तकनीकी विकास, सामाजिक परिवर्तन और शैक्षिक अनुसंधान को प्रस्तुत करने के लिए यह पत्रिका एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करती है। “शोध संगम पत्रिका” ज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में एक प्रभावी मंच है, जो बहुविषयक दृष्टिकोण को अपनाते हुए विचारशीलता, संवाद और नवाचार को बढ़ावा देता है। यह पत्रिका शोधकर्ताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों और समाज के जागरूक पाठकों के लिए समान रूप से उपयोगी है, जो गहन अध्ययन और अनुसंधान के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने के इच्छुक हैं।