Shodh Sangam Patrika

Shodh Sangam

Patrika

A National, Peer-reviewed, Quarterly Journal

  ISSN: 3049-0707 (Online)
ISSN: 3049-172X (Print)

Call For Paper - Volume - 2 Issue - 2 (April - June 2025)

About Us

हमारे बारे में : शोध संगम पत्रिका

शोध संगम एक समर्पित शोध पत्रिका है जो साहित्य और सामाजिक विज्ञान के क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले शोध कार्यों को प्रकाशित करती है। हमारा मुख्य उद्देश्य है कि हम एक ऐसा मंच प्रदान करें जहाँ लेखक, शोधकर्ता, और शिक्षाविद अपने विचारों, विश्लेषणों, और अनुसंधान को साझा कर सकें, विशेषकर हिंदी भाषा में। यह मंच हिंदी भाषा के साहित्यिक और सामाजिक अनुसंधान को प्रोत्साहन देकर शोधकर्ताओं को प्रेरित करता है कि वे अपने सांस्कृतिक और सामाजिक ज्ञान का विस्तार करें और समाज के लिए उपयोगी अनुसंधान का निर्माण करें।

साहित्य के प्रति हमारा दृष्टिकोण

साहित्य समाज का दर्पण होता है; यह केवल भाषा का सौंदर्य नहीं बल्कि समाज के हर आयाम का प्रतिबिंब है। साहित्य के माध्यम से लेखक समाज के उन पहलुओं को उकेरते हैं, जो समाज में गहरी समझ और जागरूकता का संचार करते हैं। शोध संगम साहित्यिक अनुसंधान में गहराई और नवीनता का स्वागत करता है। हम साहित्यिक आलोचना, कविता, नाटक, उपन्यास, लोक साहित्य, और आधुनिक साहित्य से जुड़े शोध पत्रों का स्वागत करते हैं।

शोध संगम का मानना है कि साहित्यिक अध्ययन से व्यक्ति की सामाजिक, सांस्कृतिक और मनोवैज्ञानिक समझ बढ़ती है। यह पत्रिका उन लेखकों को विशेष रूप से प्रोत्साहित करती है जो परंपरागत और आधुनिक साहित्यिक विषयों पर गहन शोध कर रहे हैं, ताकि नये विचार और दृष्टिकोण समाज के विभिन्न वर्गों तक पहुँच सकें। हमारा उद्देश्य है कि साहित्यिक लेखन में न केवल भाषा और शैली की सुंदरता उभरे, बल्कि समाज में बदलाव और जागरूकता भी आए।

सामाजिक विज्ञान की व्यापकता

सामाजिक विज्ञान के अंतर्गत समाजशास्त्र, मानविकी, इतिहास, संस्कृति अध्ययन, राजनीति विज्ञान, और मनोविज्ञान जैसे विषय आते हैं। इन सभी विषयों का उद्देश्य समाज के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन करना और उसे समाज में सुधार और जागरूकता लाने के लिए प्रयोग में लाना है। शोध संगम में सामाजिक विज्ञान के शोधकर्ताओं को प्रोत्साहन दिया जाता है कि वे अपने अनुसंधान के माध्यम से समाज की चुनौतियों और समस्याओं को उजागर करें, उनका विश्लेषण करें और समाधान के सुझाव प्रस्तुत करें।

हमारी पत्रिका सामाजिक विज्ञान के ऐसे शोध कार्यों का स्वागत करती है जो किसी समाज विशेष की परंपराओं, समस्याओं, संस्कृति, राजनीतिक संरचना, और सामाजिक गतिशीलता का गहन विश्लेषण करते हैं। समाजशास्त्र और सामाजिक विज्ञान के अन्य क्षेत्रों पर आधारित लेख हमारे मंच पर एक नई दिशा देते हैं और पाठकों को समाज के विभिन्न पहलुओं के बारे में गहरी जानकारी प्रदान करते हैं।

उच्च गुणवत्ता और निष्पक्षता का मानदंड

शोध संगम उच्च गुणवत्ता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए कठोर समीक्षा प्रक्रिया का पालन करता है। सभी प्रस्तुत पांडुलिपियाँ गहन समीक्षा और साहित्यिक चोरी परीक्षण से गुजरती हैं। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक प्रकाशित शोध-पत्र मौलिक हो और शोधकर्ताओं के दृष्टिकोण को प्रस्तुत करने में सक्षम हो। इस पत्रिका में प्रकाशित सभी लेख समाज और साहित्य में योगदान करने के लिए बनाए गए हैं और इनका उद्देश्य केवल शोधार्थियों के बीच संवाद ही नहीं, बल्कि समाज में व्यापक जागरूकता का निर्माण भी है।

हिंदी भाषा और क्षेत्रीय शोध का प्रोत्साहन

शोध संगम का एक प्रमुख उद्देश्य भारतीय भाषाओं में अनुसंधान को बढ़ावा देना है। आज के वैश्वीकरण युग में भी हिंदी में अनुसंधान को प्रोत्साहित करना आवश्यक है, ताकि अधिक से अधिक शोधकर्ता अपनी भाषा में सहजता से अपने विचार और निष्कर्ष प्रस्तुत कर सकें। इस तरह के मंच पर हिंदी भाषा में प्रकाशित शोध कार्य भारतीय समाज के लिए अधिक प्रासंगिक और सुलभ होते हैं। हिंदी में शोध का प्रसार न केवल भाषा के प्रति प्रेम को बढ़ावा देता है, बल्कि समाज में जमीनी स्तर पर हो रहे बदलावों को भी उजागर करता है।

शोध संगम का उद्देश्य और प्रतिबद्धता

शोध संगम एक समावेशी और सहयोगात्मक मंच के रूप में स्थापित किया गया है। हमारा उद्देश्य केवल शोध कार्यों का प्रकाशन नहीं है, बल्कि एक ऐसा ज्ञानवर्धक वातावरण बनाना है जहाँ शोधकर्ता एक-दूसरे के अनुभवों और दृष्टिकोण से सीख सकें। साहित्य और समाज के क्षेत्र में शोध का महत्व समाज को सुधारने और जागरूकता बढ़ाने में होता है, और शोध संगम का प्रयास है कि यह मंच एक जिम्मेदार और विश्वसनीय माध्यम बने जहाँ इस प्रकार के अनुसंधान को समर्थन मिले।

समाज और साहित्य के बीच संवाद

हमारा मानना है कि साहित्य और समाज के बीच एक गहरा संबंध है। साहित्य समाज को समझने और सुधारने का एक महत्वपूर्ण साधन है, जबकि समाज साहित्यिक अभिव्यक्ति के लिए एक प्रेरणास्रोत है। साहित्यिक और सामाजिक विज्ञान के अध्ययन से दोनों क्षेत्रों में विकास संभव है, और शोध संगम का उद्देश्य इस संवाद को बढ़ावा देना है।

साहित्य और सामाजिक विज्ञान के शोध पत्रों को प्रस्तुत करने वाले लेखकों के लिए यह एक अवसर है कि वे अपने कार्य को एक व्यापक पाठक समुदाय के समक्ष प्रस्तुत कर सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव का हिस्सा बन सकें। हम ऐसे लेखकों को प्रोत्साहित करते हैं जो परंपरागत और आधुनिक साहित्य, सामाजिक समस्याओं और सांस्कृतिक गतिशीलता पर शोध कर रहे हैं और समाज को जागरूकता प्रदान कर रहे हैं।

शोध संगम साहित्य और सामाजिक विज्ञान के लिए एक ऐसा मंच है जहाँ ज्ञान का आदान-प्रदान और गहन अनुसंधान का स्वागत है। यह पत्रिका एक ऐसे समाज का निर्माण करने के लिए समर्पित है जहाँ साहित्य और सामाजिक अध्ययन को समान महत्व दिया जाए। हमारा उद्देश्य समाज में एक सकारात्मक परिवर्तन लाना और साहित्य तथा समाज के अध्ययन में उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है।