Shodh Sangam Patrika

Shodh Sangam

Patrika

A National, Peer-reviewed, Quarterly Journal

  ISSN: 3049-0707 (Online)
ISSN: 3049-172X (Print)

Call For Paper - Volume - 2 Issue - 2 (April - June 2025)

Author Guidelines

शोध संगम के लिए लेखक दिशानिर्देश

शोध संगम में शोध-पत्र प्रकाशित करने के लिए लेखकों को कुछ विशेष दिशानिर्देशों का पालन करना आवश्यक है। ये दिशानिर्देश सुनिश्चित करते हैं कि सभी प्रस्तुतियाँ उच्च गुणवत्ता की हों, सुगठित हों, और अनुसंधान के नैतिक मानकों का पालन करें।

1. लेख संरचना

  • शीर्षक: शोध-पत्र का शीर्षक संक्षिप्त और स्पष्ट होना चाहिए, जो शोध के उद्देश्य और दायरे को दर्शाए।
  • लेखक जानकारी: शीर्षक के नीचे सभी लेखकों के नाम, ईमेल, संपर्क जानकारी, और संबद्ध संस्थान का उल्लेख करें।
  • सारांश (Abstract): शोध के उद्देश्य, पद्धति, प्रमुख परिणामों और निष्कर्ष का संक्षिप्त विवरण, 100-250 शब्दों में दें। इसे सरल भाषा में लिखें।
  • मुख्य शब्द (Keywords): 4 से 10 मुख्य शब्द जो शोध-पत्र की थीम को परिभाषित करते हों।
  • परिचय: शोध का उद्देश्य, प्रासंगिकता, और पिछले शोध का उल्लेख करें। यह अनुभाग विषय की पृष्ठभूमि प्रदान करता है।
  •  साहित्य समीक्षा: विषय से संबंधित पिछले शोध कार्यों का संक्षिप्त विवरण दें।
  • पद्धति (Methodology): अध्ययन की डिज़ाइन, इस्तेमाल किए गए उपकरण, और डेटा संग्रहण की प्रक्रिया का उल्लेख करें ताकि अन्य शोधकर्ता इसे दोहरा सकें।
  • परिणाम और चर्चा (Results and Discussion): निष्कर्षों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करें और उनके वैज्ञानिक अर्थ का विश्लेषण करें।
  • निष्कर्ष (Conclusion): शोध के परिणाम का सारांश और अध्ययन के महत्व को संक्षेप में लिखें।
  • संदर्भ (References): सभी स्रोतों का सूचीबद्ध विवरण देना आवश्यक है। अधिमानतः कम से कम 10 संदर्भ हों, APA शैली में।

2. प्रारूपण और फ़ाइल आवश्यकताएँ

  • शोध-पत्र केवल MS Word (.doc/.docx) में जमा करें। 2000 से 4000 शब्दों में।  फ़ाइल का आकार 5MB से अधिक न हो।
  • हिंदी भाषा के लिए  Unicode (Mangal या Kokila) फ़ॉन्ट का प्रयोग करें; फॉन्ट आकार 14 पॉइंट रखें।
  • यदि आवश्यक हो, तो चार्ट, ग्राफ़ और टेबल्स का उपयुक्त उपयोग करें। सभी ग्राफ़ और टेबल्स को मुख्य टेक्स्ट में उसी क्रम में जोड़ें जिस क्रम में वे चर्चा किए जाते हैं  ।

3. मूलता और मौलिकता

  •  केवल मौलिक और अप्रकाशित कार्य प्रस्तुत करें। प्लैजियरिज्म (साहित्यिक चोरी) की अनुमति नहीं है, और सभी पांडुलिपियाँ एक साहित्यिक चोरी जांच से गुजरेंगी। यह 15% से अधिक नहीं होना चाहिए।
  •  यह भी सुनिश्चित करें कि प्रस्तुत शोध-पत्र किसी अन्य पत्रिका में समीक्षा या प्रकाशन के अधीन नहीं है ।

4. कॉपीराइट और प्रकाशन अधिकार

  • प्रकाशन के बाद, शोध संगम लेखकों को कॉपीराइट रखता है, लेकिन शोध संगम को प्रथम प्रकाशन अधिकार देता है। लेखक अपने कार्य को अन्यत्र उपयोग करने से पहले शोध संगम में उल्लेखित नीति के अनुसार अनुमति ले सकते हैं।

इन दिशानिर्देशों का पालन कर के आप अपने शोध कार्य को शोध संगम में प्रस्तुत कर सकते हैं, जहाँ यह विशेषज्ञ समीक्षा प्रक्रिया से गुजरेगा।