Article Title |
भारत में ऊर्जा संकट: कारण और समाधान |
Author(s) | Ravi Verma. |
Country | |
Abstract |
भारत में ऊर्जा संकट एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जो देश के सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय तंत्र को प्रभावित कर रही है। इसका मुख्य कारण ऊर्जा संसाधनों की कमी, बढ़ती जनसंख्या और ऊर्जा की मांग, और ऊर्जा वितरण की असमानताएँ हैं। कोयला, तेल और प्राकृतिक गैस जैसे पारंपरिक स्रोतों की समाप्ति और अक्षय ऊर्जा के अपर्याप्त विकास ने इस संकट को बढ़ाया है। साथ ही, ऊर्जा संकट का सामाजिक प्रभाव भी गहरा है, जिससे गरीब और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कमी और जीवनस्तर पर असर पड़ता है। समाधान के रूप में नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों जैसे सौर, पवन और जल ऊर्जा के अधिकतम उपयोग, ऊर्जा दक्षता सुधार, और वैकल्पिक ऊर्जा प्रौद्योगिकियों की ओर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है। इसके अलावा, सरकार की नीति और योजनाओं में सुधार और ऊर्जा संरक्षण कानूनों का कड़ाई से पालन भी ऊर्जा संकट के समाधान के लिए जरूरी है। इस शोध पत्र का उद्देश्य ऊर्जा संकट की जटिलताओं को समझते हुए इसके स्थायी और प्रभावी समाधान प्रदान करना है, ताकि भारत में ऊर्जा की उपलब्धता और समृद्धि सुनिश्चित की जा सके। |
Area | भूगोल |
Published In | Volume 2, Issue 1, February 2025 |
Published On | 09-02-2025 |
Cite This | Verma, Ravi (2025). भारत में ऊर्जा संकट: कारण और समाधान. Shodh Sangam Patrika, 2(1), pp. 16-21. |